Dietician Field डायटिशियन फील्ड में करिअर:-
बदलती दिनचर्या और आहारशैली की वजह से दुनियाभर में लोगों का स्वास्थ्य तेजी से प्रभावित हो रहा है। ऐसे में आने वाले समय में डाइटिशियन (Dietician) और न्यूट्रिशनिस्ट क्षेत्र में बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होने वाले हैं। श्रम सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, 2031 तक इस क्षेत्र में जॉब्स और डेवलपमेंट में 7% की दर से बढ़ोतरी संभव है। इस अनुमान के मुताबिक इस क्षेत्र में प्रतिवर्ष 56 हजार नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी डायटेटिक्स और न्यूट्रिशन हेल्थकेयर डोमेन और नौकरियों के बीच 21वें पायदान पर हैं।

डायटीशियन के क्षेत्र के बारे में जानकारी
डायटीशियन (Dietician) एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ होते हैं जो लोगों को पोषण (Nutrition) और आहार (Diet) से संबंधित सलाह देते हैं। इनका मुख्य उद्देश्य लोगों को संतुलित और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने में मदद करना होता है। डायटीशियन विशेष रूप से उन व्यक्तियों की मदद करते हैं जो वजन कम करना चाहते हैं, किसी विशेष बीमारी से पीड़ित हैं, या अपने संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार करना चाहते हैं।
डायटीशियन का कार्य क्षेत्र
डायटीशियन (Dietician) का कार्य केवल खान-पान की सलाह देना ही नहीं, बल्कि वे व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार पोषण योजनाएँ (Diet Plans) भी तैयार करते हैं। इनका कार्य क्षेत्र व्यापक होता है, जो निम्नलिखित क्षेत्रों में शामिल होता है:
- क्लिनिकल डायटीशियन (Clinical Dietician)
ये डायटीशियन Dietitian अस्पतालों, क्लीनिक्स और नर्सिंग होम में कार्य करते हैं। वे मरीजों की बीमारी को ध्यान में रखते हुए विशेष आहार योजनाएँ तैयार करते हैं, जैसे कि डायबिटीज, हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर और कैंसर से पीड़ित मरीजों के लिए विशेष डाइट चार्ट बनाना। - स्पोर्ट्स डायटीशियन (Sports Dietician)
ये डायटीशियन खिलाड़ियों और एथलीट्स के लिए विशेष आहार योजनाएँ बनाते हैं ताकि उनकी शारीरिक क्षमता और प्रदर्शन को बढ़ाया जा सके। वे प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स की सही मात्रा सुनिश्चित करते हैं, जिससे एथलीट्स की ऊर्जा और सहनशक्ति बनी रहे। - कॉरपोरेट डायटीशियन (Corporate Dietician)
कई कंपनियाँ अपने कर्मचारियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए डायटीशियन को हायर करती हैं। वे कर्मचारियों को स्वस्थ आहार के बारे में जागरूक करते हैं और जीवनशैली में सुधार के सुझाव देते हैं। - पब्लिक हेल्थ डायटीशियन (Public Health Dietician)
ये डायटीशियन सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के साथ मिलकर काम करते हैं और लोगों को पोषण संबंधी जागरूकता फैलाने का कार्य करते हैं। वे विशेष रूप से कुपोषण, मोटापा, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए सामुदायिक कार्यक्रमों का संचालन करते हैं। - फ्रीलांस और कंसल्टिंग डायटीशियन (Freelance & Consulting Dietician)
कुछ डायटीशियन स्वतंत्र रूप से काम करते हैं और ऑनलाइन या व्यक्तिगत रूप से ग्राहकों को सलाह देते हैं। वे विशेष रूप से वजन घटाने, फिटनेस और स्वास्थ्य सुधार के लिए आहार योजनाएँ बनाते हैं।

डायटीशियन बनने के लिए योग्यता
डायटीशियन बनने के लिए निम्नलिखित योग्यताओं की आवश्यकता होती है:
- शैक्षणिक योग्यता:
- बैचलर डिग्री (B.Sc.) इन डाइटेटिक्स, न्यूट्रिशन या फूड साइंस
- मास्टर डिग्री (M.Sc.) इन न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स (वैकल्पिक)
- डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स इन क्लिनिकल न्यूट्रिशन
- कुछ देशों में रजिस्टर्ड डायटीशियन (RD) बनने के लिए प्रमाणन परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक होता है।
- अनुभव और इंटर्नशिप:
- डायटीशियन बनने के लिए अस्पतालों, फिटनेस सेंटर, या स्वास्थ्य संगठनों में इंटर्नशिप करना जरूरी होता है।
- व्यावहारिक अनुभव से वे अलग-अलग चिकित्सा स्थितियों के अनुसार सही आहार योजनाएँ बनाने में सक्षम होते हैं।
डायटीशियन के लिए आवश्यक कौशल
- पोषण और स्वास्थ्य से संबंधित गहरी समझ
- संचार और परामर्श कौशल
- रोगियों की आवश्यकताओं के अनुसार व्यक्तिगत डाइट प्लान बनाने की क्षमता
- रिसर्च और डेटा एनालिसिस कौशल
डायटीशियन का भविष्य और रोजगार के अवसर
आज के समय में लोगों में स्वास्थ्य और पोषण को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। इस कारण डायटीशियन की मांग तेजी से बढ़ रही है। हॉस्पिटल, जिम, हेल्थकेयर कंपनियों, सरकारी योजनाओं और ऑनलाइन हेल्थ प्लेटफॉर्म्स में डायटीशियन के लिए रोजगार के अच्छे अवसर उपलब्ध हैं।

निष्कर्ष
डायटीशियन एक महत्वपूर्ण और सम्मानजनक करियर विकल्प है, जहाँ लोगों को स्वास्थ्य सुधार में मदद करने का अवसर मिलता है। यह क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है और इसमें करियर के बेहतरीन अवसर मौजूद हैं। यदि आप पोषण विज्ञान और लोगों की सेहत सुधारने में रुचि रखते हैं, तो यह आपके लिए एक अच्छा करियर विकल्प हो सकता है।
इन प्रोग्राम्स में ले सकते हैं एडमिशन:-
- डायटेटिक्स और न्यूट्रिशन में बीएससीः इस यूजी प्रोग्राम के तहत ह्युमैन फिजियोलॉजी, फूड साइंस, चिकित्सीय पोषण, कम्युनिटी न्यूट्रिशन और डायट प्लानिंग जैसे विषयों को कवर करता है। बीएससी के बाद इसी विषय में एमएससी भी की जा सकती है।
- होम साइंस में बीएससी (स्पेशलाइज्ड इन फूड एंड न्यूट्रिशन): फूड साइंस, न्यूट्रिशन और डायटेटिक्स पर फोकस रखते हुए पढ़ाई करवाई जाती है।
- क्लिनिकल न्यूट्रिशन में एमएससी: इस प्रोग्राम में क्लिनिकल न्यूट्रिशन थैरेपी से जुड़ी पढ़ाई करवाई जाती है।
- डायटेटिक्स और न्यूट्रिशन्स में सर्टिफिकेट कोर्सः यह शॉर्ट टर्म कोर्स अतिरिक्त विशेषज्ञता या कंटिन्यूइंग एजुकेशन की पढ़ाई करवाता है।
करिअर ऑप्शन (Dietician Field) :-
- क्लिनिकल डाइटिशियन (Clinical Dietician) ये अलग-अलग मेडिकल स्थिति वाले रोगियों को उचित न्यूट्रिशन प्रदान करने के लिए अस्पतालों, क्लीनिकों और स्वास्थ्य सेवा केंद्रों में काम करते हैं।
- स्पोर्ट्स न्यूट्रिशन एक्सपर्ट (Sport Nutrition Expert) ये एथलीटों और टीमों की परफॉर्मेंस और रिकवरी को बढ़ाने के लिए उचित न्यूट्रिशन की सलाह देना।
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